एक सितंबर से सस्ता होगा पेट्रोल-डीजल, 3 रु. प्रति लीटर तक घट सकती हैं कीमतें
नई दिल्ली। पिछले दो हफ्तों के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में आई भारी गिरावट के चलते पेट्रोल और डीजल की कीमतें प्रति लीटर 1-3 रुपए तक कम हो सकती हैं। एक सितंबर को होने वाली ऑयल मार्केटिंग कंपनियों की बैठक में इस पर फैसला लिया जा सकता है।
इससे पहले 15 अगस्त को ऑयल मार्केटिंग कंपनियों ने समीक्षा बैठक के दौरान पेट्रोल में 1.27 रुपए प्रति लीटर और डीजल में 1.17 रुपए प्रति लीटर की कटौती करने की घोषणा की थी।
15 अगस्त को समाप्त अवधि के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमत 50.68 डॉलर प्रति बैरल थी, जबकि 31 अगस्त को समाप्त अवधि में क्रूड ऑयल की कीमत घटकर 44.28 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई है। कूड ऑयल की कीमतों में इस गिरावट से घरेलू बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती की संभावना अधिक मजबूत हो गई है।
कटौती के क्या हैं कारण
क्रूड की कीमतों में लगातार गिरावट के चलते 29 साल पहले जैसे हालात बन रहे हैं। एक्सपर्ट के अनुसार जैसे हालात बन रहे हैं, उन्हें देखते हुए पेट्रोल और डीजल 10 रुपए प्रति लीटर तक सस्ते हो सकते हैं। वहीं, नॉन सब्सिडाइज सिलेंडर की कीमतों में 20-25 रुपए की कमी आ सकती है। इंडियन ऑयल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मनीभास्कर को बताया कि ऐसा इसलिए होगा क्योंकि, क्रूड में अभी भी गिरावट का दौर जारी रहेगा। ऐसे में दो से तीन बार में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में 10 रुपए तक और एलपीजी की कीमतों में 20-25 रुपए तक कमी आने की संभावना है।
बन रहे हैं 29 साल पहले जैसे हालात
साल 1986 में जब ओपेक देशों ने क्रूड के उत्पादन में जोरदार बढ़ोत्तरी की थी, तो सिर्फ 5 महीने के दौरान क्रूड का भाव 30 डॉलर से घटकर 10 डॉलर प्रति बैरल के नीचे फिसल गए थे। इस साल भी हालात कुछ ऐसे ही बन रहे हैं। ऐसे में आने वाले दिनो में एलपीजी और पेट्रोल-डीजल की कीमतों में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है।
क्या मानते हैं एक्सपर्ट
एनर्जी एक्सपर्ट नरेंद्र तनेजा ने मनीभास्कर को बताया कि क्रूड की कीमतों में गिरावट जारी रहेगी। इसकी वजह से आने वाले दिनों ने पेट्रोल, डीजल और एलपीजी की कीमतों में कटौती हो सकती है। तनेजा ने कहा कि हम ब्रेंट क्रूड इम्पोर्ट करते है, जिसकी कीमत फिलहाल भारतीय बास्केट के लिए 46.36 डॉलर प्रति बैरल है। ग्लोबल स्तर पर जो हालात बने रहे हैं तो क्रूड की कीमत 40 डॉलर प्रति बैरल तक आ सकती है। वहीं, लंबी अवधि में इससे भी बड़ी गिरावट की संभावना है।